चमत्कारी गोली !
चमत्कारी गोली !
एक युवक को लन्दन में ऐसी चमत्कारी गोलियां मिलीं, जिसके सेवन से मनुष्य की उम्र कम हो जात थी। उसने उन गोलियों का सेवन किया और एक शीशी भरकर अपनी मां के पास हिन्दुस्तान में भेज दीं। साथ में उसने चिट्ठी लिखी, मां मैं तुझे ये गोलियां भेज रहा हूं। एक गोली खाने पर तू फिर से युवती दिखने लगेगी।
कुछ महीनों बाद युवक लौटकर हिन्दुस्तान आया। वह घर पहुंचा। घर पर उसने अपने युवती में बदली हुई मां को देखा और पहचान लिया कि यह मेरी मां है। पर मां की गोद में लेटे बालक को वह पह नहीं पाया। पूछा, 'मां तेरी गोद में कौन सो रहा है ?
अरे, बेटे, ये तेरे पिताजी हैं. ..इन्होंने गलती से दस गोलियां खा ली थीं।
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