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    प्रश्न-- ओशो, हिंदूइज्म तो वे आफ लाइफ है।

    Question-Osho-Hinduism-is-the-way-of-life


    प्रश्न--हिंदूइज्म तो वे आफ लाइफ है। 

    ओशो--यह तो सभी कहते हैं। यह तो क्रिश्चियन भी कहता है कि वह, वे आफ लाइफ है। सूफी भी कहता है कि इस्लाम धम, वे आफ लाइफ है। जैन भी यही कहता है वे आह लाइफ है, बुद्धिस्ट भी यही कहता है। यह सब तो बहत कनिंगनेस के हिस्से हैं। जब इज्म मरने लगता है, तो वह अपनी व्याख्या बदलना शुरू करता है। वह कहता है कि यह वे आफ लाइफ है। यह फिलासफी आफ लाइफ है, इसको इज्म से कोई संबंध नहीं है। इज्म को मतलब ही यह है कि जब भी कोई यह दावा करता है कि जो जाना है, वह अल्टी मेट है। जो जाना गया है, वही सत्य है। जो जाना गया है, इसके विपरीत असत्य है, तब इज्म खड़ा हो जाता है। इज्म डाग्मेटिक है। तो सारी दुनिया में धर्म, सारी दुनिया के मत, इज्म हैं। मेरा जो कहना है, वह हिंदूइज्म के खिलाफ नहीं है। 

            मनुष्य का मन वहां पहुंच गया है, जहां कोई इज्म उसे बांधने में समर्थ नहीं है। अब इज्म की धारणा टूट जानी चाहिए। मनुष्य एक ऐसी जगह आ गया है, जहां उसे वाद से, पंथ से, धर्म से मुक्त होना चाहिए। यह मनुष्य के विकास में बहुत बड़ी छलांग होगी। हिंदइज्म से मुझे कोई मतलब नहीं है। मैं इजम के अगेंस्ट हूं। यह जो सवाल है हिंदू या मुसलमान या किसी इज्म का, उससे मेरा कोई संबंध नहीं है। विरोध से भी मतलब नहीं है। मेरा कहना सिर्फ इतना है कि इज्म में बंधनेवाला चित सीमित होता है, रोकता है। यह जो रोकने की प्रक्रिया है, उसे तोड़ने की जरूरत है--सब तरफ से तोड़ने की जरूरत है। न माक्र्स किसी को बांध पाए, न कृष्ण किसी को बांध पाए, न बुद्ध न महावीर न कोई किसी को बांधने की कोशिश करे और न कोई बंधने की ही कोशिश करे। व्यक्ति मुक्त हो सके। समस्त विचार की धारणाओं से और स्वयं सोचने में समर्थ हो सके इसकी मेरी चेष्टा है। 

            अगर कोई कहता है कि यही हिंदूइज्म कर रहा है, तो ठीक है वह मेरे साथ है, वह मेरे काम में लग जाएगा। अगर कोई कहता है कि यही मुसलमान कह रहा है, तो ठीक है, वह मेरे साथ हो जाए। लेकिन वह यह कहकर भी मुझे लड़ाई जारी रखेगा। हमेशा जब भी इज्म खड़ा होता है तो व्हेस्टेड इन्ट्रेस्ट पैदा हो ही जाएंगे। क्योंकि पूजारी होगा, मंदिर होगा, आश्रम होगा, धन होगा, व्यवस्था होगी, गुरु होंगे, शिष्य होंगे तो व्हेस्टेड इन्ट्रेस्ट पैदा होगा ही।

    -ओशो 

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