• Latest Posts

    विदुरनीति - सत्त्पुरुष किस मनुष्य को श्रेष्ट स्वाभाव का बताते हैं

    Vidurniti-Which-person-is-described-by-a-sattpurush-as-having-superior-nature


    विदुरनीति - सत्त्पुरुष किस मनुष्य को श्रेष्ट स्वाभाव का बताते हैं

    • जो कभी उद्दण्डका-सा वेष नहीं बनाता, दूसरोंके सामने अपने पराक्रमकी भी डींग नहीं हाँकता, क्रोधसे व्याकुल होनेपर भी कटुवचन नहीं बोलता, उस मनुष्यको लोग सदा ही प्यारा बना लेते हैं ॥
    • जो शान्त हुई वैरकी आगको फिर प्रज्वलित नहीं करता, गर्व नहीं करता, हीनता नहीं दिखाता तथा 'मैं विपत्तिमें पड़ा हूँ,' ऐसा सोचकर अनुचित काम नहीं करता, उस उत्तम आचरणवाले पुरुषको आर्यजन सर्वश्रेष्ठ कहते हैं।
    • जो अपने सुखमें प्रसन्न नहीं होता, दूसरेके दुःखके समय हर्ष नहीं मानता और दान देकर पश्चात्ताप नहीं करता; वह सज्जनोंमें सदाचारी कहलाता है।
    • जो मनुष्य देशके व्यवहार, लोकाचार तथा जातियोंके धर्मोको जाननेकी इच्छा करता है, उसे उत्तम-अधमका विवेक हो जाता है। वह जहाँ कहीं भी जाता है; सदा महान् जनसमूहपर अपनी प्रभुता स्थापित कर लेता है।

    No comments