ज्योतिष से जानिए सूर्य ग्रह का स्वभाव
ज्योतिष से जानिए सूर्य ग्रह का स्वभाव
सूर्य को महर्षि कश्यप का वंशज होने के नाते कश्यप गोत्रीय कहा जाता है 43 तथा सूर्य को ग्रह शनि का पिता भी माना जाता है। इसका अधिकार आमाशय पर रहता है और यह पेट-संबंधी विकृतियों का परिचालन करता है। यह सिंह राशि का स्वामी है। यह पुल्लिंग और राजस गुणवाला है। इसका ऊंचा स्थान मेष और नीचा स्थान तुला है। सूर्य का बृहस्पति के साथ सात्त्विक, चंद्र के साथ राजस और मंगल के साथ तामस व्यवहार रहता है। शनि, शुक्र, राहु और केतु के साथ उसकी खास दुश्मनी है। कुंडली में अपने से सातवें घर को पूरी दृष्टि से देखता है। विंशोत्तरी दशा के अनुसार सूर्य की महादशा ६ वर्ष की होती है। कुंडली में सूर्य की स्थिति घर के अनुसार आंकी जाती है। यह मेष, वृश्चिक तथा धनु लग्नों में योगकारक होता है।तामस स्वभाव के कारण सूर्य, मंगल, केतु, शनि और राहु के साथ अनिष्ट फलप्रद होता है। विवाह यात्रा, मांगलिक कार्यों और व्यापार के लिए सूर्य का विशेष अध्ययन किया जाता है। सूर्य की महादशा में जातक की पदवृद्धि होती है, उसके विदेश जाने के योग भी बनते हैं। व्यापार आदि कार्यों में सफेद वस्तु के व्यापार से अच्छा लाभ होता है। इस दशा में जातक धर्मादि कार्यों में रुचि लेता है तथा समाज में भी उसकी प्रतिष्ठा बढ़ती है। किन्तु नीच राशि का सूर्य जातक की कुंडली में पड़ा होता है तो उसकी दशा में जातक का धन व्यय होता है, तथा उस पर कर्जा बढ़ा रहता है। साथ ही उसे अनेक प्रकार की व्याधियां भी सताती रहती हैं और परिवार वाले एक-एक कर बिछुड़ते रहते हैं। पुत्र आदि से कलह रहती है।
यदि वर्ष का स्वामी पूर्णबली सूर्य हो तो उस वर्ष जातक को मान-प्रतिष्ठा, धन, पुत्रलाभ और कुटुंबियों से सुख मिलता है। राज्य पद में प्रतिष्ठा बढ़ती है और मकान संबंधी कार्यों से लाभ पहुंचता है। स्वास्थ्य अच्छा रहता हैं और अचानक द्रव्यप्राप्ति का योग होता है। किन्तु यदि असली प्राचीन लाल किताब सूर्य मध्यबली हो तो जातक को अल्प सुख मिलता है। परिवार में कलह बढ़ती है और नौकरी में हो तो स्थान बदलने का अवसर प्राप्त करता है। ससुराल पक्ष से लाभ मिलता है।
यदि वर्षेश अल्पबली अथवा शून्यबली हो तो जातक को व्यर्थ ही घुमक्कड़ जीवन बिताना पड़ता है। समाज में अपयश फैलता है और आलस्य के कारण सोचे हए कार्य रुक जाते हैं। यही नहीं, व्यर्थ ही भोग-विलास में धन का अधिक व्यय हो जाता है।
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