बृहस्पति और शुक्र के योग का आप पर प्रभाव व उपाय
बृहस्पति और शुक्र के योग का आप पर प्रभाव व उपाय
दो ग्रहों के योग व उपाय
जब दो ग्रहों का योग हो तो कष्ट के निवारण के लिए किन-किन वस्तुओं का दान और किन रत्नों को धारण करना उचित है, यह जानना प्रत्येक व्यक्ति के लिए आवश्यक है। ऐसा अनेकों बार देखा गया है कि नन्मकुंडली में कोई भी ग्रह अकेले न बैठकर दो या इससे भी ज्यादा संख्या में बैठे होते हैं। ऐसी हालत में यह जानना बहुत जरूरी हो जाता है कि ग्रहों के इस योग का फल अच्छा निकलेगा या बुरा।बृहस्पति और शुक्र
बृहस्पति और शुक्र दोनों नैसर्गिक शुभ ग्रह हैं। यहां बृहस्पति सात्त्विक और शुक्र राजसिक है। इसलिए शुक्र से बृहस्पति को हानि पहुंच सकती है . जैसे धनु लग्न हो और छठे घर में बृहस्पति और शुक्र इकट्ठे हों तो शुक्र के द्वारा बृहस्पति को अर्थात् जातक को शरीर में चोट (आघात) पहुंचने का भय रहेगा।उपर्युक्त स्थिति में बृहस्पति को सोने की अंगूठी में पुखराज लगवाकर पहनने से बलवान् किया जाएगा और शुक्र की शांति की जाएगी।
शांति उपाय स्वरूप श्री लक्ष्मी जी की पूजा तथा उनके मंत्र का जाप होगा और गोदान अथवा गौ (गाय) को घास खिलाना तथा रेशमी कपड़े, दूध की मलाई और चीनी आदि के दान से अपघात की संभावना का शमन होगा।
नोट-शुक्र और बृहस्पति के बारे में भी यही फल समझना चाहिए।
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