बुद्ध की शांति अशांत लोगों पर निर्भर नहीं- ओशो
बुद्ध की शांति अशांत लोगों पर निर्भर नहीं- ओशो
!! बुद्ध शांत हैं। !!
बुद्ध शांत हैं।
उनकी शांति अशांत लोगों पर निर्भर नहीं।
समझ लें।
अगर दुनिया में एक भी आदमी अशांत न हो
तो भी बुद्ध की शांति में कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
या पड़ेगा?
बुद्ध अपने बोधिवृक्ष के नीचे शांत बैठे हैं।
यह शांति अशांत लोगों की अशांति के कारण शांति है?
अगर–बुद्ध तो आंख बंद किए बैठे हैं
–यह सारी दुनिया विलीन हो जाए,
बुद्ध आंख खोल कर देखें कि
कोई अशांत यहां दिखाई नहीं पड़ रहा,
तो उनको भीतर की शांति समाप्त हो जाएगी?
नहीं, कोई कारण नहीं है।
यह शांति किसी की अशांति पर निर्भर ही न थी।
अगर यह किसी की अशांति पर निर्भर थी तो
बुद्ध को लोगों को अशांत होने के लिए समझाना चाहिए,
शांत होने के लिए नहीं।
क्योंकि लोग अगर शांत हो जाएंगे
तो बुद्ध का क्या होगा?
आत्महत्या में लगे हैं!
लोगों को समझा रहे हैं,
शांत हो जाओ!
बुद्ध की शांति आत्मनिर्भर है।
यह किसी को अशांत करके
शांत होने का उपाय नहीं है।
यह स्वयं को ही शांत करके
शांत होने का उपाय है।
बुद्ध शांत हैं।
उनकी शांति अशांत लोगों पर निर्भर नहीं।
समझ लें।
अगर दुनिया में एक भी आदमी अशांत न हो
तो भी बुद्ध की शांति में कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
या पड़ेगा?
बुद्ध अपने बोधिवृक्ष के नीचे शांत बैठे हैं।
यह शांति अशांत लोगों की अशांति के कारण शांति है?
अगर–बुद्ध तो आंख बंद किए बैठे हैं
–यह सारी दुनिया विलीन हो जाए,
बुद्ध आंख खोल कर देखें कि
कोई अशांत यहां दिखाई नहीं पड़ रहा,
तो उनको भीतर की शांति समाप्त हो जाएगी?
नहीं, कोई कारण नहीं है।
यह शांति किसी की अशांति पर निर्भर ही न थी।
अगर यह किसी की अशांति पर निर्भर थी तो
बुद्ध को लोगों को अशांत होने के लिए समझाना चाहिए,
शांत होने के लिए नहीं।
क्योंकि लोग अगर शांत हो जाएंगे
तो बुद्ध का क्या होगा?
आत्महत्या में लगे हैं!
लोगों को समझा रहे हैं,
शांत हो जाओ!
बुद्ध की शांति आत्मनिर्भर है।
यह किसी को अशांत करके
शांत होने का उपाय नहीं है।
यह स्वयं को ही शांत करके
शांत होने का उपाय है।
-ओशो
-ताओ उपनिषाद (भाग-3)प्रवचन–59
No comments